ऐक्टर बनना चाहते हैं तो जरूर पढ़ें
ऐक्टर बनना है?.... उस लायक बन जाइए कि कोई आपको काम दे!
बातें करने से नहीं, सिर्फ़ किताबें पढ़ने से नहीं
बल्कि प्रेक्टिकली करने से ही आती है अच्छी ऐक्टिंग।
ऐक्टिंग को ‘करत की विद्या’ कहा गया है।
जैसे-जैसे आप ऐक्टिंग करते जाएंगे, आपको ख़ुद की फ़ीलिंग्स और उन्हें बयाँ करने का अंदाज़ समझ में आने लगेगा।
इससे उन इमोशन्स पर आपकी पकड़ मज़बूत होती जाएगी।
आप ख़ुद की क्षमता को पहचानने लगेंगे।
इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा और फिर धीरे-धीरे आपके अभिनय में सहजता आने लगेगी। आपको ऐक्टिंग बड़ी ही आसान लगने लगेगी।
ध्यान दीजिए कि अभिनय की ये सहजता बहुत मेहनत करने के बाद ही हासिल होती है।
यह ख़ूबी होगी तभी आप फ़िल्म या सीरियल की शूटिंग के दौरान ख़ुद को आत्मविश्वास से भरा पाएंगे। वहाँ सेट पर आपको साबित करना ही होगा,
कि आप अच्छे ऐक्टर हैं और आपको एक्टिंग आती है।
आपको पता होना चाहिए कि अपना काम कैसे करना है।
डायरेक्टर ऐसे ही ऐक्टर्स को पसंद करते हैं, जो इशारों में ही उनकी बात को समझ लें।
https://www.instagram.com/invites/contact/?i=ta4x5yb2ewku&utm_content=oq9lui
बातें करने से नहीं, सिर्फ़ किताबें पढ़ने से नहीं
बल्कि प्रेक्टिकली करने से ही आती है अच्छी ऐक्टिंग।
ऐक्टिंग को ‘करत की विद्या’ कहा गया है।
जैसे-जैसे आप ऐक्टिंग करते जाएंगे, आपको ख़ुद की फ़ीलिंग्स और उन्हें बयाँ करने का अंदाज़ समझ में आने लगेगा।
इससे उन इमोशन्स पर आपकी पकड़ मज़बूत होती जाएगी।
आप ख़ुद की क्षमता को पहचानने लगेंगे।
इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा और फिर धीरे-धीरे आपके अभिनय में सहजता आने लगेगी। आपको ऐक्टिंग बड़ी ही आसान लगने लगेगी।
ध्यान दीजिए कि अभिनय की ये सहजता बहुत मेहनत करने के बाद ही हासिल होती है।
यह ख़ूबी होगी तभी आप फ़िल्म या सीरियल की शूटिंग के दौरान ख़ुद को आत्मविश्वास से भरा पाएंगे। वहाँ सेट पर आपको साबित करना ही होगा,
कि आप अच्छे ऐक्टर हैं और आपको एक्टिंग आती है।
आपको पता होना चाहिए कि अपना काम कैसे करना है।
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Good info
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